बहुमत की सत्ता चाहती है...


मंजुल भारद्वाज


बहुमत की सत्ता चाहती है


ज़हर उगलो


अपने दादा,पड़दादा,मां बाप के खिलाफ़


बहुमत की सत्ता चाहती है


गला घोंट दो सच का


बहुमत की सत्ता चाहती है


झूठ बोलो दिन रात


बार बार  हज़ार बार


जब तक जनता उसे सच ना समझ ले


बहुमत की सत्ता चाहती है


मार दो विचार को


इंसान को,इंसानियत को


बहुमत की सत्ता चाहती है


जला दो विवेक को


नीति को


बहुमत की सत्ता चाहती है


ध्वस्त कर दो


न्यायालय को


हर न्याय संगत संस्थान को


जहाँ से लोकतंत्र जन्मता है


बहुमत की सत्ता चाहती है


कुचल दो हर उस ताक़त को


जहाँ से लोकतंत्र मजबूत होता है


बहुमत की सत्ता चाहती है


विध्वंस इतना विकराल हो


चारों ओर मनुष्यता


मानवता के चीथड़े चीथड़े बिखरें हो


मांस के  लोंथड़े बिखरें हो


उसे नोचते रहें  ताउम्र


सत्ता पर बैठे गिद्ध!


#बहुमतकीसत्ताचाहतीहै #मंजुलभारद्वाज 


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