कुड़ियाघाट गोमती नदी की स्वच्छता अभियान चलाया गया:-

प्रमुख संवाददाता 


लखनऊ | पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर.महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया, मण्डलायुक्त मुकेश मेश्राम, जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश, नगर आयुक्त डाॅ. इन्द्रमणि त्रिपाठी द्वारा वृक्षारोपण किया गया जिसमें मियावाकी पद्धति से 450 पौधे रोपे गये



 महापौर संयुक्ता भाटिया एवं नगर आयुक्त डाॅ. इन्द्रमणि त्रिपाठी के नेतृत्व में कुड़ियाघाट पर गोमती नदी की स्वच्छता हेतु अभियान चलाया गया।


                 नगर आयुक्त डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी


विश्व पर्यावरण दिवस दिनांक 05 जून, 2020 के अवसर पर आज महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया, मण्डलायुक्त मुकेश मेश्राम, जिलाधिकारी  अभिषेक प्रकाश, नगर आयुक्त डाॅ. इन्द्रमणि त्रिपाठी द्वारा कान्हा उपवन में वृक्षारोपण किया गया। इस कार्यक्रम में अपर नगर आयुक्त राकेश कुमार यादव, संयुक्त निदेशक (पशु कल्याण) डाॅ. ए.के. राव, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह, उद्यान अधीक्षक गंगाराम गौतम उपस्थित रहे। इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में कान्हा उपवन के 200 वर्गमीटर भू-भाग को मियावाकी पद्धति से तैयार कर देशी प्रजातियों के 425 विभिन्न पौधे जैसे आॅवला, इमली, अमरुद, नीम, केसिया, कनेर, तुलसी एवं लेमनग्रास इत्यादि पौधे रोपित किए गए। अवगत कराया गया कि मियावाकी पद्धति के प्रणेता जापानी वनस्पति वैज्ञानिक अकीरा मियावाकी है। इस पद्धति से बहुत कम समय में जंगलों को घने जंगलों में परिवर्तित किया जा सकता है।


इस योजना ने घरों के आगे अथवा पीछे खाली पड़े स्थान को छोटो बागानों में बदलकर शहरी वनीकरण की अवधारणा में क्रांति ला दी है। इस पद्धति में देशी प्रजाति के पौधे एक दूसरे के समीप लगाए जाते है, जो कम स्थान घेरने के साथ ही अन्य पौधों की वृद्धि में भी सहायक होते है। सघनता की वजह से यह पौधे सूर्य की रौशनी को धरती पर आने से रोकते है, जिससे धरती पर खरपतवार उग नहीं पाता है। तीन वर्षो के पश्चात इन पौधों को देखभाल की आवश्यकता नहीं होती है। पौधे की वृद्धि 10 गुना तेजी से होती है जिसके परिणामस्वरूप वृक्षारोपण सामान्य स्थिति से 30 गुना अधिक सघन होता है। जंगलों को पारंपरिक विधि से उगने में लगभग 200 से 300 वर्षो का समय लगता है,  जबकि मियावाकी पद्धति से उन्हें केवल 20 से 30 वर्षो में ही उगाया जा सकता है। उपरोक्त के अतिरिक्त आज मा. महापौर संयुक्ता भाटिया एवं नगर आयुक्त डाॅ. इन्द्रमणि त्रिपाठी के नेतृत्व में कुड़िया घाट पर गोमती नदी के सफाई अभियान के अंतर्गत नदी में एकत्रित जलकुम्मी को अभियान चलाकर हटाया गया। इस अभियान में नगर निगम की टीम द्वारा सहयोग किया गया जिसमें अपर नगर आयुक्त श्री अमित कुमार, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एस.के. रावत, जोनल अधिकारी, जोन-6 अम्बी बिष्ट, नगर अभियंता एस.एफ.ए. जैदी अन्य अधिकारीगण द्वारा सहयोग किया गया।


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