गांधी के रूप में देखने को मिला:- वीके सिंह
संजय मौर्य
आपको बता दे दादाजी वर्षो बाद स्नान कर कपड़े पहनेउन्होंने एक अनुरोध किया कि बेटा तुम सबों ने सबकुछ दे दिया एक माइक (लाउडस्पीकर ) दे देते तो हम इस ट्राई साइकिल से घूम घूम कर के देशभक्ति की बातें लोगों तक पहुंचाते। इस उम्र में यह जज्बा देख आंखों से पानी आ गया। दुर्भाग्य से हम सभी ने गांधी जी को तो अपनी आंखों से नहीं देखा,लेकिन उनके विचारों को आत्मसात करने वाले भामाशाह श्री मोहनलाल कुशवाहा जी को आज के गांधी जी के रूप में देखने को मिला
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