R.N.I. No. UPHIN/2005/17084
वशिष्ठ मौर्य
देवरिया | अखिल भारतीय कुशवाहा महा सभा मदत के लिए हर वक्त तैयार है बेहद दुखद हृदय विदारक घटना पथरदेवा विधानसभा के पोखर भिंडा ग्राम निवासी स्वर्गीय चंद्रशेखर कुशवाहा पुत्र रामजीत कुशवाहा को इस कोरोना काल ने अपनी काल में ले लिया। स्वर्गीय चंद्रशेखर कुशवाहा अपने परिवार के एकमात्र आय के स्रोत थे। मुंबई में रहकर ऑटो रिक्शा चला कर अपना और अपने परिवार का पालन पोषण करते थे। पर इस परिवार को कोरोना काल की नजर लग गई, इस लंबे लॉक डाउन में चंद्रशेखर मुंबई में फंसे थे इसी दौरान वह कोरोना की चपेट में आ गए। इस काले काल से लड़ाई में चंद्रशेखर हार गए और मुंबई में ही अंतिम सांस ली। इस समय उस परिवार पर दुखों का पहाड़ गिर पड़ा है, दो छोटे-छोटे बच्चे आंखों में आंसू लिए गांव की तरफ आने वाले रास्ते की तरफ देखते हुए पापा का इंतजार कर रहे हैं। इस समय उनकी पत्नी का दुख मैं शब्दों से बयां नहीं कर सकता महज 40 साल की उम्र में जिसके जीवन साथी ने उसका साथ छोड़कर सदा के लिए अलविदा ले लिया। लोग कहते हैं भगवान उनकी मदद करें, परंतु ऊपर वाले की मदद के साथ उस परिवार को इस विपत्ति के समय हम सब की ज्यादा जरूरत है क्योंकि चंद्रशेखर और उनका परिवार हमारे परिवार का एक अंग है। अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा इस परिवार के साथ हर तरह से हर समय तत्पर खड़ी है। महासभा धन्यवाद देती है उस महान शख्सियत उच्च विचारक प्रचंड समाजसेवी जनाब मैनुद्दीन खान साहब का जिन्होंने इस दुख के समय में उस परिवार को ₹100000 प्रदान कर उनके दुख को बांटने का कार्य किया है। जनाब मैनुद्दीन खान साहब ने ईश्वर अल्लाह एक ही नाम, कहे जाने वाले प्रमाण को साबित कर दिखाया है। अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा सदैव आपके साथ इस तरह के समाज हित नेक कार्यों में आपका समर्थन करती है पुनः कोटि-कोटि धन्यवाद आपको।
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