प्रमुख संवाददाता
उन्नाव | जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार की अध्यक्षता में स्थानीय विकास भवन सभागार में कोविड-19 के दृष्टिगत प्रवासी श्रमिको/व्यक्तियोें के गैर प्रान्त से आने वाले लोगों को अस्थायी आश्रय स्थल, कोरंटाइन तथा होम कोरंटाइन किये जाने के सम्बन्ध में निगरानी समिति के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित समस्त खण्ड विकास अधिकारी तथा अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका/नगर पंचायत को कोविड-19 के तहत नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बनायी गई निगरानी समिति के प्रभारी नामित किये जाने के उपरान्त इनके द्वारा नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र में बनायी गई निगरानी समिति को अब तक किये गये कार्यों की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये कि 01 मई 2020 को जारी शासना देश के तहत अप्रवासी श्रमिको को नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र मे बनायी गई निगरानी समिति को दिये गये निर्देशो के तहत एक घण्टा समय देना अनिवार्य है। ग्रामीण निगरानी समिति एवं मोहल्ला निगरानी समिति का गठन निर्धारित प्रारूप के आधार पर कराया जाये। ग्रामीण क्षेत्र में प्रधान तथा शहरी क्षेत्र में सभासद के माध्यम से संचालित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि अप्रवासी जो ट्रेन/बस के माध्यम से अपने गृह जनपद आए है या आ रहें है उनकी सूची जिला प्रशासन तैयार कराले ,जब कि ग्रमीण/शहरी क्षेत्रों में पैदल चल कर प्रवासी अपने घर चोरी छिपे पहुॅच रहें है या पहुंचे हैं ऐसी स्थिति में निगरानी समितियों को कडे निर्देश दिये गये है कि उनकी सूचना तत्काल क्षेत्रीय कन्ट्रोल रूम में देकर उन्हे क्वॅारंटिन कराये। कोई भी प्रवासी श्रमिक अपने घर में बगैर सूचना के रहते पाया जाता है तो सम्बन्धित परिवार के विरूद्ध एफ0आई0आर दर्ज करायी जायेगी।
जिलाधिकारी ने ग्रामीण निगरानी समिति एवं मोहल्ला निगरानी समिति के दायित्वों के बारे में बताया कि क्वाॅरटाईन किया गया परिवार को अनिवार्यरूप से मास्क, गमझा, दुपट्टा, मुह एवं नाक को ढकेगे तथा हाथोें को साबुन व पानी से धोने की आदत को बढावा देगंे। निगरानी समिति के द्वारा इस कार्य हेतु लगभग एक घंटे की अवधि निश्चित की जायेगी। परिवार के सदस्यों को निगरानी समिति के सदस्यों का दूरभाष उपलब्ध कराया जायेगा। जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये कि जनपद में प्रवासी कामगारांे के लौटने पर प्रत्येक प्रवासी की स्क्रीनिग के साथ-साथ पता एवं मोबाइल नम्बर सहित लाइन लिस्टिंग तैयार किया जाये। आश्रय स्थल पर प्रभारी इन व्यक्तियों के नाम शासना देश के अनुसार रजिस्टर में अंकित करेगें। उन्होंने कहा कि जो अधिकारी निगरानी समिति की बैठक अभी तक नही की है वे अवश्य करे लें ताकि निगरानी समिति के पदाधिकारियों को कतव्र्य बोध हो सके। जो व्यक्ति होम क्वारंटाइन अवधि में रहते है उनके घर के सामने फ्लैक्स फलायर लगाया जाये।उन्होंने ब्लाॅक एवं नगर पंचायत वार तैयार किये गये शेल्टर होम की जानकारी ली। कुछ स्थानों पर अपेक्षा के अनुरूप शेल्टर होम न तैयार होने पर उप जिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रो में व्यवस्था दुरूस्त रखने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने बताया कि शेल्टर होम प्रभारियों को निर्देश दिये कि क्वारटिन प्रवासियों को घर भेेजने से पूर्व खाद्यान किट अवश्य दी जाये। निगरानी समिति को पूरी तरह से एक्टिव रखा जाये। कन्ट्रोल रूम में बैठे कर्मचारियों को पूरी जानकारी होनी चाहिये। पैदल आने वाले प्रवासियों को रूकवाने की व्यवस्था सम्बन्धित क्षेत्र के अधिकारी करेगें। कोई व्यक्ति पैदल न चलते पाया जाये। बैठक में सभीअधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में बाहर से आये हुये प्रवासी श्रमिकों की ग्राम वार सूची बना ले। ताकि कहीं से गडबडी न हो सके, ग्राम स्तर पर सुरक्षा समिति सक्रिय रखी जाये। सभी पुलिस कर्मी मास्क, दस्ताना आदि लगाकर ड्यूटी करेगें। उन्होंने कहा कि यही समय है सावधान रहने का , खुद सचेत रहें और दुसरो को भी सचेत रखें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डा0 राजेश कुमार प्रजापति, अपर जिला अधिकारी श्री राकेश सिंह, समस्त उप जिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी नगर पंचायत सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी/कर्मचारी आदि उपस्थित थें।
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