लविवि के न्यू कैम्पस में बवाल छात्र के दो गुट आपस में भिड़े
लखनऊ: राजधानी में रविवार देर रात जानकीपुरम स्थित लखनऊ विश्वविद्यालय के न्यू कैम्पस में छात्रों के दो गुटों की आपसी लड़ाई में जमकर बवाल हुआ। बताया जा रहा है कि होस्टल में रहने वाले बीटेक सेकंड ईयर के दो छात्र गुट आपस में भिड़ गए। घटना की सूचना पाते ही मौके पर देर रात कई थानों की पुलिस फोर्स पहुंच गई। जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने लखनऊ विश्वविद्यालय के कैंपस में रात भर डेरा डाले रखा।
जानकारी के अनुसार रविवार देर रात लखनऊ विश्वविद्यालय में एक छात्र के परिजन असलहों के साथ दूसरे छात्र पर हमला करने व कैंपस में दहशत फैलाने के लिए घुस गए थे। बता दें कि इस पूरे वाक्या के बाद लखनऊ विश्वविद्यालय न्यू कैंपस के प्रॉक्टर ने जानकीपुरम थाने में एफआईआर दर्ज कराई। जिसके आधार पर पुलिस ने कैंपस में अराजकता फैलाने वाले और हमला करने वाले चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
वहीं इस मामले में राजेश कुमार श्रीवास्तव, एडीसीपी लखनऊ ने बताया कि कल देर रात लखनऊ विश्वविद्यालय के न्यू कैंपस से हम लोगों जानकारी मिली कि कुछ लोग असलहे के साथ हॉस्टल में घुस गए हैं। जिससे वहां अराजकता का माहौल उत्पन्न हो गया है और कई लड़के भी इक्कट्ठा हो गए हैं। लविवि के प्राक्टर द्वारा मामले की सूचना मिलने पर जानकीपुरम थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। वहीं मौके पर तत्काल विधिक कार्रवाई करते हुए अवैध तरीके से असलहों के साथ कैंपस व हॉस्टल में घुसे लोगों को रोककर उनसे पूछताछ की गई।
जिसमें यह पता चला कि उनके बच्चे व हॉस्टल के किसी बच्चे में किसी बात को लेकर वाद-विवाद हुआ था। उस वाद-विवाद में दहशत फैलाने के उद्देश्य से वह सभी असलहे के साथ कैंपस में दाखिल हुए थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार चोटिल छात्र अर्जुन के कहने पर परिसर में उनके चार सहयोगी असलहों के साथ छात्र सचिन को पीटने के लिए आए थे। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपियों के असलहों को जब्त कर लिया।
कैम्पस में दहशत फैलाने वाले गिरफ्तार लोगों की पहचान विकास द्विवेदी, मोहित, रुद्रदत्त और प्रवेश दुबे के रूप में हुई है। जिनके पास से पुलिस ने दो कार, लाईसेंसी एक राइफल 315 बोर के साथ 25 कारतूस, एक रीपीटर 12 बोर, एक दो नाली बंदूक 12 बोर 23 कारतूस व मोबाइल बरामद किए हैं। वहीं आगे बताया कि लाइसेंसी असलहों का प्रयोग केवल आत्मरक्षा के लिए होता है। लेकिन आरोपियों ने इसका प्रयोग लोगों में दहशत फैलाने के लिए किया। जिसके मद्देनज़र चारों आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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