कौन कहता है सपनों में उड़ान नहीं होती
अपने गीत गाया करो
सुरेंद्र सैनी बवानीवाल
कौन कहता है सपनों में उड़ान नहीं होती,
ज़रा जज़्बे से पंख फैलाया करो.
जो पूरे होंगे सिर्फ मेहनत से,
एैसे ही सपने सजाया करो.
बात हो जहाँ कुछ कर दिखाने की,
अपने आप को आगे लाया करो.
कहने से लोग नहीं समझेंगे,
अपनी सफलता से बताया करो.
कहनेवाले तो हर हाल में कहेंगे "उड़ता ",
अपनी ही धुन में,
अपने गीत गाया करो.
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