छावनी परिषद के अधिकारी व ठेकेदार मिलकर सफाई कर्मचारियों का कर रहे उत्पीड़न 

सफाई कर्मचारी प्रधानमंत्री को लिखेंगें खून से पत्र

संजय मौर्य 


कानपुर। अखिल भारतीय सफाई मज़दूर संघ,उत्तर प्रदेश के बैनर तले कानपुर छावनी बोर्ड के सफाई कर्मचारियों के धरने में घोषणा करी की अगर 48 घंटे में प्रशासन ने सफाई कर्मचारियों की मांगों पे विचार नहीं किया तो सफ़ाई कर्मचारी अपने खून से प्रधानमंत्री व रक्षामंत्री को पत्र लिखकर भेजेंगे और छावनी बोर्ड में चल रही ठेकेदारों की अप्रत्यक्ष सरकार की पोल खोलेंगे। समय से वेतन न मिलने और तमाम कर्मचारियों को नौकरी से हटाए जाने के विरोध में छावनी परिषद कानपुर के 180 से ज़्यादा संविदा सफाई कमर्चारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। 



जिसकी वजह से सभी वार्डों में भीषण गंदगी फैल रही है। 6 वार्डों में न तो झाड़ू लगी न ही कूड़ा उठा है। नेतृत्व कर रहे अखिल भारतीय सफाई मज़दूर संघ के छावनी शाखा के अध्यक्ष धर्मेंद्र सेठ ने बताया कि छावनी परिषद के अधिकारी व ठेकेदार मिलकर सफाई कर्मचारियों का उत्पीड़न कर रहे हैं।



उन्हें 1 महीने का वेतन भी नहीं मिला और दो पालियों में काम करने का दबाव दिया जा रहा है। धर्मेंद्र सेठ ने बताया कि जब सफाई कर्मचारियों ने नियमानुसार वेतन की मांग की तब से ही अधिकारी व ठेकेदार उत्पीड़न करने लगे। धर्मेंद्र सेठ ने कहा कि जब तक अफसरों व ठेकेदार पर कार्यवाही नहीं होती तब तक हड़ताल जारी रहेगी। धर्मेंद्र सेठ ने बताया कि लगातार कानपुर में कूड़ा, आवारा जानवरों के खिलाफ अभियान चला रहे। 



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