102 देशों की शिक्षात्मक बाल फिल्मों का होगा निःशुल्क प्रदर्शन..
प्रीतपाल सिंह के साथ मनोज मौर्य
लखनऊ। विश्व का सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव (आई.सी.एफ.एफ.-2020) आगामी 15 से 23 अप्रैल तक सी.एम.एस. कानपुर रोड आॅडिटोरियम में आयोजित किया जायेगा जिसमे छात्रों व युवाओं के नैतिक, चारित्रिक व आध्यात्मिक विकास को समर्पित इस नौ-दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव में 102 देशों की चुनिन्दा शैक्षिक बाल फिल्में निःशुल्क प्रदर्शित की जायेंगी। इसके अलावा, फिल्म जगत की दिग्गज हस्तियाँ एवं बाल कलाकार बाल फिल्मोत्सव में पधारकर इसकी गरिमा को बढ़ायेंगे। उक्त जानकारी आज यहाँ आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में डा. जगदीश गाँधी ने पत्रकारों को दी एवं इस बाल फिल्मोत्सव के उद्देश्यों पर विस्तार से चर्चा की।
इस अवसर पर आई.सी.एफ.एफ.-2020 के फेस्टिवल डायरेक्टर एवं सी.एम.एस. फिल्म्स व रेडियो डिवीजन के हेडवर्गीश कुरियन भी उपस्थित थे। प्रेस कान्फ्रेन्स में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए डा. गाँधी ने बताया कि सी.एम.एस. का यह बाल फिल्मोत्सव मात्र मनोरंजन के लिए नहीं है अपितु यह शिक्षा का एक अभिन्न अंग है एवं छात्रों व किशोरों को जीवन मूल्यों की शिक्षा देने का अनूठा माध्यम है।
वर्तमान परिस्थितियों में फिल्म जैसे सशक्त माध्यम का सकारात्मक उपयोग बच्चों के नैतिक गुणों को विकसित करने के लिए उठाना बहुत आवश्यक हो गया है। बाल फिल्मोत्सव का मुख्य उद्देश्य शैक्षिक बाल फिल्मों के माध्यम से छात्रों व युवाओं के नैतिक, चारित्रिक व आध्यात्मिक गुणों को विकसित कर समाज का आदर्श नागरिक बनाना है। डा. गाँधी ने आगे बताया कि बाल फिल्मोत्सव के सभी 9 दिनों में बच्चों के उत्साहवर्धन हेतु फिल्म जगत की दिग्गज हस्तियाँ एवं बाल कलाकार लखनऊ पधारेंगे एवं युवा पीढ़ी में अच्छी व शिक्षात्मक फिल्मों के प्रति उत्साह जगायेंगे। इसके अलावा, अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव में विभिन्न श्रेणियों के अन्तर्गत सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्मों को 10 लाख रूपये के नगद पुरस्कारों से सम्मानित किया जायेगा।
फिल्म जगत की दिग्गज हस्तियाँ एवं बाल कलाकार समारोह की गरिमा को बढ़ायेंगें...
सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्मों का चयन एक अन्तर्राष्ट्रीय ज्यूरी द्वारा किया जायेगा, जिनमें ईरान, हंगरी एवं भारत के फिल्म जगत की दिग्गज हस्तियाँ शामिल होंगी। प्रेस कान्फ्रेन्स में उपस्थित सी.एम.एस. फिल्म्स डिवीजन के हेड एवं आई.सी.एफ.एफ.- 2020 के फेस्टिवल डायरेक्टर वी. कुरियन ने कहा कि लखनऊ व आसपास के क्षेत्रों के बच्चों के लिए साफ-सुथरे, सात्विक एवं शिक्षाप्रद मनोरंजन का पिटारा अब बस खुलने ही वाला है। यह अन्तर्राष्ट्रीय बाल फिल्म महोत्सव सभी के लिए पूर्णतया निःशुल्क है। बाल फिल्मोत्सव में प्रातः 9.00 बजे एवं दोपहर 12.00 बजे से रोजाना दो फिल्म शो आयोजित होंगे तथापि बाल फिल्मोंका प्रदर्शन सी.एम.एस. कानपुर रोड के मेन आडिटोरियम के अलावा सात मिनी आॅडिटोरियम में एक साथ किया जायेगा।
बच्चों की सुविधा के लिए विदेशी बाल फिल्मों का हिन्दी व अंग्रेजी रूपान्तरण भी साथ-साथ दिखाया जायेगा। श्री कुरियन ने आगे बताया कि लखऩऊ एवं आसपास के क्षेत्रों के लगभग 300 स्कूलों से दो लाख से अधिक बच्चे इस बाल फिल्मोत्सव से लाभान्वित होंगे। अभी तक लगभग लगभग 50,000 से अधिक बच्चों की एडवान्स बुकिंग हो चुकी है। बच्चों को आयोजन स्थल तक लाने एवं वापस उनके स्कूल तक छोड़ने हेतु बसों की निःशुल्क व्यवस्था की गई है। शिक्षात्मक फिल्मों के माध्यम से बच्चों को नैतिक व चारित्रिक उत्थान की शिक्षा देने के चुनौतीपूर्ण एवं पुनीत कार्य में पिछले कई वर्षों से जी-जान से जुटा है एवं इस दिशा में आगामी अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल मील का पत्थर साबित होगा।
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