नील गगन पर पतंग में भी धूम मचाया
मकर संक्रांति
डॉ बीना सिंह
त्योहार मकर संक्रांति का देखो आया है
हर्ष उत्साह उल्लास संग अपने लाया है
तिल गुड़ चूड़ा मीठाने खूब रंग जमाया है
नील गगन पर पतंग में भी धूम मचाया है
सूरज आफताब हर किसी को रिझाया है
मगर इंसान ने एक सा ही सौगात पाया है
जाड़े की ठंड ने इस कदर जुल्म ढाया है
सुनहरी धूप देख सबका मन ललचाया है
कागज कलम स्याहीही बीना को भाया है
सच्चीअच्छी लिखो यही समझ में आया है
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