बौद्ध धर्म की अभिवृद्धि में शाक्य-भिक्षुओ का योगदान -भिक्षु नंदरतन



भिक्षु नंदरतन को मिली पीएचडी की उपाधि


मैनपुरी | मैनपुरी के नंगला कुआं के मूल निवासी तथा शाक्यमुनि गौतम बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में रहते हुए बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रसार मैं लगे रहने वाले भिक्षु नंदरतन को 5 दिसंबर 2019 को पी-एच.डी. की उपाधि प्रदान की गयी | उन्होंने संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी के पालि एवं थेरवाद विभाग के राष्ट्रपति सम्मानित प्रो.रमेश प्रसाद के शोध-निर्देशन में सोगतसासनस्स अभिवुडि्ढयं शाक्यभिक्खूनं योगदान नामक विषय पर अपना शोध-कार्य पूर्ण किया|


बौद्ध धर्म की अभिवृद्धि में शाक्य-भिक्षुओ का योगदान इस शोध-कार्य मैं बुद्ध  काल से लेकर आधुनिक काल तक के शाक्य-भिक्षुओ बुद्धशासन के विकास में प्रदत योगदान पर विस्तार से प्रकाश डाला गया है | इन्होंने पिता दिवारी लाल शाक्य  माता माया देवी शाक्य तथा गुरु अग्गममहापंडित भदंतज्ञानेश्वर महास्थविर का नाम रोशन किया है |


उनकी इस सफलता पर सम्राट अशोक वेलफेयर सोसाइटी देवरिया वशिष्ठ मौर्य, हरेकृषणा कुशवाहा, अवधेश कुशवाहा, वलिन्दर कुशवाहा, राधेश्याम बौद्ध, राजेश कुशवाहा, रविन्द्र कुशवाहा, राजू कुशवाहा, उदयभान शर्मा, विकाश शर्मा, रोशनं लाल कुशवाहा, विवेक कुशवाहा, अनिल कुशवाहा, हंजराज, ब्रमदेव कुशवाहा, धर्मेंद्र कुशवाहा, नीतीश शर्मा, हीरा भाई, आशीष प्रसाद, गुडू कुशवाहा, अजय, परिवार के सदस्यों मित्रों व शुभचिंतकों ने बधाई दी |



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