विश्व संसद बनाने की अपील
नई दिल्ली| भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 पर आयोजित विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 20वें अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन के अवसर पर डा.जगदीश गांधी ने बुधवार को यू.पी. भवन, नई दिल्ली में आयोजित प्रेस कान्फ्रॅान्स में प्रेस और मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विश्व संसद बनाने की अपील की। डॉ. गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एक वैश्विक नेता के रूप में उभरे हैं जिन्होंने दुनिया भर में यात्रा के दौरान सभी प्रमुख विश्व नेताओं से मुलाकात करके दुनिया को एकजुट करने की पहल की है।
डा. जगदीश गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी से दुनिया के 2.5 अरब बच्चों और आगे आने वाली पीढ़ियों के सुरक्षित भविष्य के लिए विश्व के सभी प्रभुसत्ता सम्पन्न राष्ट्रों की बैठक भारत मे बुलाकर एक वैश्विक लोकतंत्र (विश्व संसद) की स्थापना करने की अपील की, विश्व नेताओं की इस बैठक का मुख्य एजेंडा विश्व संसद के गठन के माध्यम से दुनिया का एक नयी राजनीतिक और आर्थिक व्यवस्था तैयार करना चाहिए ताकि संसार के 2.5 अरब बच्चों और आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को सुरक्षित किया जा सके।
इस ऐतिहासिक सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु विभिन्न देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद के अध्यक्ष, न्यायमंत्री, संसद सदस्य, इण्टरनेशनल कोर्ट के न्यायाधीश एवं विश्व प्रसिद्ध शान्ति संगठनों के प्रमुख समेत 73 देशों के 285 से अधिक मुख्य न्यायाधीश, व कानूनविद् दिल्ली पधार रहे हैं। डा.गांधी ने बताया कि 6 नवम्बर को सायं 7.30 बजे राष्ट्रीय बहाई आध्यात्मिक सभा, नई दिल्ली के तत्वावधान में सभी सम्मानित अतिथियों के लिए स्वागत समारोह एवं रात्रिभोज का आयोजन किया जा रहा है। भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्री माननीय रमेश पोखरियाल 'निशंक' इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे। इसके उपरान्त, 7 नवम्बर को प्रातः 10.30 बजे ये सभी नामचीन हस्तियाँ नई दिल्ली में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की समाधि 'राजघाट' जाकर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे एवं अपरान्हः 12.30 बजे से नई दिल्ली स्थित कान्स्टीटयूशनल क्लब में सम्मेलन के प्रथम सत्र को सम्बोधित करेंगे। भारत सरकार के रेलमंत्री पियूष गोयल इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे। यह जानकारी सिटी मान्टेसरी स्कूल, लखनऊ के इंटरनेशनल रिलेशन्स विभाग के हेड, शिशिर श्रीवास्तव ने दी है।
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