जहाँ चाह वहीं राह

चाय बेचकर गरीब परिवारों के बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाते हैं मेहबूब मलिक

संजय मौर्य 


 कानपुर। उत्तर प्रदेश के मोहम्मद मेहबूब मलिक कानपुर जिले के शारदा नगर इलाके में छोटी सी दुकान में चाय बेचते हैं और साथ ही 40 गरीब परिवारों के बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाते हैं। हर महीने वे अपनी कमाई का 80% हिस्सा बच्चों की पढ़ाई के लिए अलग रखते है।



29 वर्षीय मलिक सिर्फ 10वीं पास हैं और पैसों के अभाव के कारण आगे की पढ़ाई नहीं कर सके थे। यही वजह है कि अब वह अपनी कमाई का 80% हिस्सा ऐसे परिवारों के बच्चों की शिक्षा में लगाते हैं जो गरीबी की वजह से स्कूल नहीं जा पाते।


इतना ही नहीं, साल 2017 में उन्होंने अपने जमा किये हुए पैसों से शहर में तीन जगह पर कोचिंग सेंटर खोले थे जहां मुफ्त में पढ़ाया जाता था।


उन्होंने 'माँ तुझे सलाम फाउंडेशन' की भी स्थापना की है, जहाँ 40 बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दी जाती है।


यहाँ बच्चों को किताबें, जूते-मोजे, यूनिफॉर्म, स्टेशनरी, और बैग भी मुफ्त में उपलब्ध कराए जाते हैं। मलिक हम सबके लिए एक प्रेरणा हैं! चाय बेचकर भी उनकी बच्चों की पढ़ाई के लिए उठाए गए। 



टिप्पणियाँ