मुख्य न्यायाधीशों का अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ 8 नवम्बर से लखनऊ में




यह महासम्मलेन दुनिया को एकता के सूत्र में पिरोने और विश्व के ढाई अरब बच्चों का भविष्य बचाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा और पूरे विश्व समाज को एक नई दिशा देगा...


लखनऊ। 'विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 20वाँ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन' 8 से 12 नवम्बर 2019 तक आयोजित किया जा रहा है। इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभाग हेतु विभिन्न देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद के अध्यक्ष, न्यायमंत्री, संसद सदस्य, इण्टरनेशनल कोर्ट के न्यायाधीश एवं विश्व प्रसिद्ध शान्ति संगठनों के प्रमुख समेत 72 देशों के 260 से अधिक मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद् लखनऊ पधार रहे हैं।


यह जानकारी आज यहाँ आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में  मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन के संयोजक डा. जगदीश गाँधी ने पत्रकारों को दी। पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि 'भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51' पर आधारित यह ऐतिहासिक सम्मेलन विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं विश्व के ढाई अरब से अधिक बच्चों के सुन्दर एवं सुरक्षित भविष्य को समर्पित है। लखनऊ की सरजमीं पर विगत 19 वर्षों से लगातार आयोजित किये जा रहे इस ऐतिहासिक सम्मेलन पूरे विश्व में एकता, शान्ति, न्याय व बच्चों के अधिकारों की अलख जगा रहा है एवं इसी प्रयास को आगे बढ़ाते हुए 'विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 20वाँ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन' आयोजित किया जा रहा है।


विभिन्न देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद के अध्यक्ष, न्यायमंत्री, संसद सदस्य, इण्टरनेशनल कोर्ट के न्यायाधीश एवं विश्व प्रसिद्ध शान्ति संगठनों के प्रमुख समेत 72 देशों के मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश व कानूनविद् पधारेंगे ...



इस ऐतिहासिक सम्मेलन की विस्तृत रूपरेखा बताते हुए कहा कि विभिन्न देशों के न्यायविद्, कानूनविद् व अन्य प्रख्यात हस्तियाँ 6 नवम्बर को दिल्ली से आगरा के लिए प्रस्थान करेंगे और वहाँ पर ताजमहल समेत अन्य ऐतिहासिक इमारतों का दीदार करेंगे। 7 नवम्बर को प्रातः 10.30 बजे ये सभी नामचीन हस्तियाँ नई दिल्ली में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की समाधि 'राजघाट' जाकर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे एवं इसके उपरान्त अपरान्हः 12.30 बजे से नई दिल्ली स्थित कान्स्टीट्यूशन क्लब में सम्मेलन के प्रथम सत्र को सम्बोधित करेंगे। 8 नवम्बर को विभिन्न देशों के न्यायविद्, कानूनविद् व अन्य प्रख्यात हस्तियाँ नई दिल्ली से लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे एवं प्रातः 10.10 बजे अमौसी एअरपोर्ट पर पधारेंगे, जहाँ इन प्रख्यात हस्तियों का बैण्ड-बाजे की धुन व फूल-मालाओं के साथ लखनऊ की सरजमीं पर भव्य स्वागत-अभिनन्दन किया जायेगा।


इस अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आगाज मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाधीशों व विशिष्ट अतिथियों के 'स्वागत समारोह' से होगा जो कि 8 नवम्बर को सायं 5.30 बजे आयोजित किया जायेगा। इससे पहले, ये सभी न्यायविद् व कानूनविद् अपरान्हः 1.15 बजे पत्रकारों से भी रूबरू होंगे। 9 नवम्बर को प्रातः 9.00 बजे इस ऐतिहासिक सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन के उपरान्त 9, 10 व 11 नवम्बर को विभिन्न पैरालल सेशन्स आयोजित किये जायेंगे, जिसमें देश-विदेश की प्रख्यात हस्तियां अपने सारगर्भित विचारों से नई विश्व व्यवस्था का अलख जगायेंगे। इसके अलावा, 9 नवम्बर को प्रातः 8.00 बजे विभिन्न देशों से पधारे न्यायविद्, कानूनविद् व राष्ट्र प्रमुख 'विश्व एकता मार्च' का नेतृत्व कर 'विश्व एकता व विश्व शान्ति' का उद्घोष करेंगे।  यह महासम्मलेन दुनिया को एकता के सूत्र में पिरोने और विश्व के ढाई अरब बच्चों का भविष्य बचाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा और पूरे विश्व समाज को एक नई दिशा देगा।




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