‘हरि’ओम शर्मा को मिला ‘कलमवीर चक्र सम्मान-

नसीर 

 

लखनऊ। अखिल भारतीय अगीत परिषद्, नवसृजन एवं मीडिया फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में उ.प्र. प्रेस क्लब,  लखनऊ में आयोजित एक भव्य समारोह में हिन्दी साहित्य जगत के सशक्त हस्ताक्षर पं. हरि ओम शर्मा 'हरि' को उनकी साहित्यिक सेवाओं के लिए 'कलमवीर चक्र सम्मान-2019' से नवाजा गया।


समारोह के मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति श्री वी. के. दीक्षित ने पं. हरि ओम शर्मा 'हरि' को अंगवस्त्र, प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर पं. हरि ओम शर्मा 'हरि' ने सभी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस सम्मान समारोह में मेरे लेखन को सराहा जाना सुखद है। चालीस वर्षों के साहित्य सफर में मुझे कई सम्मान और पुरस्कार मुझे मिले हैं परन्तु 'कलमवीर चक्र सम्मान-2019' मेरे लिए सौभाग्य की बात है। इस सम्मान को प्राप्त करने के बाद मेरी नैतिक जिम्मेदारी और बढ़ जाती है कि मैं लेखन के माध्यम से किशोरों, युवाओं व अभिभावकों की रचनात्मक ऊजो को प्रेरित करता रहूँ, जिससे सामाजिक विकास का पथ प्रशस्त हो सके।


श्री राजेन्द्र चौरसिया ने बताया कि पं. हरि ओम शर्मा 'हरि' अब तक 17 पुस्तकें लिख चुके हैं एवं उनकी लेखनी अनवरत् गतिमान है। पं. शर्मा के उत्कृष्ट लेखन को देश ही नहीं अपितु विदेशों में भी सराहा गया है। साहित्य एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान हेतु पं. हरि ओम शर्मा 'हरि' को विभिन्न उपाधियों व सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है जिनमें पत्रकार गौरव सम्मान, सागरिका सम्मान, साहित्य मनीषी सम्मान, साहित्य सागर सम्मान, प्रकृति रत्न सम्मान, साहित्य रत्न सम्मान, साहित्य श्री सम्मान, 'शब्दश्री' सम्मान, सारस्वत सम्मान, साहित्य भूषण सम्मान, सृजन सम्मान एवं उ.प्र. हिन्दी संस्थान द्वारा गुलाब राय सर्जना पुरस्कार आदि प्रमुख हैं। 



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