गुरु हुोंवे पारस सा....
अभिलाषाविनय...
गुरु हुोंवे पारस सा,
छूते हिय सोन करें
इनका आशीष मिले,भाग जग जाते हैं|
ज्ञान को विशेष करें,
नहीं कोई भेद करें,
ऐसी सीख गुरु जी की, ईश मिल जाते है|
कृपा उनकी जो मिले,
राह अवरोध मिटे,
लक्ष्य सभी जीवन के, सुगमा हो जाते हैं|
गुरु जी की महिमा को,
कौन तोल जान पाया,
उनकी दया से जीव भव तर जाते हैं|
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