कवि सम्मेलन में कविता संग्रह का किया विमोचन

विजय कुमार कुशवाहा 


अलीगढ़। मण्डलायुक्त अजय दीप सिंह ने कमिश्नरी सभागार में हिन्दी दिवस के अवसर पर जन सेवा परिषद के तत्वाधान में आयोजित विराट कवि सम्मेलन का दीप प्रज्जलित कर शुभारम्भ करते हुए कहा कि हिन्दी भाषा के विकास एवं सरकारी कार्यालयों में हिन्दी भाषा में कार्य करने हेतु प्रोत्साहित करने के लिए आज हम हिन्दी दिवस के रूप में मनाते हैं। जो अगले 15 दिनों तक साहित्यिक संस्थाओं, सरकारी कार्यालयों में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित कर हिन्दी पखवाड़े के रूप में मनाया जाता है। हिन्दी भाषा के विकास के लिए अच्छा कार्य करने वाले कर्मचारियों एवं अधिकारियों को सम्मानित भी किया जाता है श्री सिंह ने कहा कि हिन्दी भाषा के विकास में कवि सम्मेलनों, हिन्दी संस्थानों का बहुत बड़ा योगदान रहा है।



हिन्दी दिवस के अवसर पर जनसेवा परिषद के तत्वाधान में कवि सम्मेलन सम्पन्न मण्डलायुक्त ने गाएं गुनगुनाएं एवं अभिनव प्रयास कविता संग्रह का किया विमोचन...


यह विश्व की चौथी ऐसी भाषा है जिसे सबसे ज्यादा लोग बोलते और समझते हैं। एक आंकड़े के मुताबिक देश में लगभग 54 करोड़ लोग हिन्दी भाषी हैं, इन्टरनेट के प्रसार से सबसे ज्यादा लाभ हिन्दी भाषा को हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत के अतिरिक्त पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, न्यूजीलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, युगांडा, गुयाना, मॉरिशस, साउथ अफ्रीका समेत कई देशों में हिन्दी बोली जाती है।


उन्हाने बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने 1918 में आयोजित हिन्दी साहित्य सम्मेलन में हिन्दी को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए कहा था14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने एक मत से यह निर्णय लिया कि हिंदी ही भारत की राजभाषा होगी. इस निर्णय के बाद हिंदी को हर क्षेत्र में प्रसारित करने के लिए राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के अनुरोध पर 14 सितंबर को हर साल हिंदो दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। 


मण्डलायुक्त ने प्रेम किशोर पटाखा द्वारा रचित कविता संग्रह गाएं गुनगुनाएं एवं अशोक अंजुम द्वारा रचित अभिनव प्रयास संकलन का विमोचन करते हुए कहा कि हिन्दी भाषा के विकास में साहित्यकारों एवं कवियों का बहुत बड़ा योगदान रहा है। विभिन्न अवसरों पर आयोजित किये जाने वाले स्थानीय, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय कवि सम्मेलनों का हिन्दी भाषा के विकास का मार्ग प्रशस्त किया है। इसके विकास के लिए इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन नितान्त आवश्यक है।


उन्होंने इस अवसर पर राधा गोविन्द पाठक, पं0 नरेन्द्र शर्मा, बलराम सरस, डा0 मुजीब शहजर, हरीश बेताब, भुवनेश चिंतन, भारती शर्मा, पूर्णिमा शर्मा, डा0 ममता वार्ष्णेय आदि कवियों एवं कार्यक्रम के संयोजक व समन्वयक नन्द प्रकाश नवमान एवं टीकाराम कन्या इण्टर कॉलेज की छात्राओं को सम्मानित किया। कवि सम्मेलन में अधिकारी कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।



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