दूषित पेयजल ही सभी बीमारियों की जड़..

ग्रामीणों की शिकायत पर लेखपाल को हटाने के निर्देश...

सुजाता मौर्य 


बदायूँ । बरसात के अधिक से अधिक पानी का संचयन करें, जिससे भविष्य में होने वाले जल संकट से बचा जा सके। ग्रामीणों को समझाया कि दूषित पेयजल ही सभी बीमारियों की जड़ है, सभी लोग सुबह-सुबह 20 लीटर पानी को उबालकर उसमें एक क्लोरीन की गोली डालकर आधे घण्टे बाद ठण्डा होने पर उसे पीने के प्रयोग में लाएं। इसके प्रयोग से बीमारियों से बचा जा सकता है। बीमार व्यक्ति को किसी झोलाछाप डॉक्टर के पास न लेकर जाएं, सरकारी चिकित्सालयों में ही उसका उपचार कराएं।



जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने विकासखण्ड उझानी अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय गुराई का औचक निरीक्षण किया। विद्यालय परिसर गंदा देख डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि परिसर में तत्काल सफाई कराई जाए। विद्यालय का परिसर बच्चों के खेलने के लिए होता है, इतने गंदे परिसर में बच्चे खेलेंगे तो वह बीमारियों की चपेट में आ जाएंगे।


उन्होंने विद्यालय का नव निर्मित शौचालय देखा तो उसकी दीवारें भी चटकी मिलीं।  कार्यदायी संस्था का जवाब तलब करने के निर्देश दिए हैं। कक्षा एक में 12 बच्चों के सापेक्ष 07, कक्षा दो में 13 बच्चों के सापेक्ष 10, कक्षा तीन में 11 बच्चों के सापेक्ष 08, कक्षा चार में 10 बच्चों के सापेक्ष 05 एवं कक्षा पाँच में 12 बच्चों के सापेक्ष 09 बच्चे तथा कुल 58 पंजीकृत बच्चों के सापेक्ष 39 बच्चे ही उपस्थित मिले। विद्यालय में बच्चों की उपस्थिति कम होने पर उन्होंने ग्राम प्रधान अभिजीत पटेल को निर्देश दिए कि गांव में जिन परिवारों के बच्चे स्कूल में पढ़ने नहीं आ रहे हैं। उनके अभिभावकों को पढ़ाई के प्रति जागरुक करें। यदि बच्चा न आने की जिद करता है तो उसे गोद में उठाकर विद्यालय लेकर आएं।


उन्होंने कहा कि अभिभावकों को समझाएं कि बच्चे नहाकर व ड्रेस पहनकर समय से विद्यालय पहुंचे। उन्होंने प्रधानाचार्य राजेन्द्र प्रसाद को निर्देश दिए कि बच्चों को पढ़ाई में जिज्ञासा उत्पन्न करने के लिए आपस में शिक्षा सम्बंधी प्रतियोगिताएं कराएं, इसमें सफल होने वाले विद्यार्थियों की प्रशंसा करे, जिससे उनका मनोबल बढ़े।


बच्चों को शिक्षा के साथ संस्कार भी सिखाएं कि बच्चा अपने अभिभावकों के पैर छूकर व नमस्ते करके ही विद्यालय आएं। उन्होंने पाया कि अभी तक गांव में तैनात सफाई कर्मचारी का नाम, मोबाइल नम्बर एवं सफाई करने का समय दीवार पर नहीं लिखा गया है। उन्होंने ग्राम प्रधान के प्रति नाराजगी जताते हुए तत्काल इसे लिखवाने के निर्देश दिए हैं। ग्रामीणों ने डीएम से शिकायत की है कि लेखपाल कुलदीप भारद्वाज बिना रिश्वत लिए कोई कार्य नहीं करता है। डीएम ने लेखपाल को हटाने के निर्देश दिए हैं...



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