गणतंत्र पर सब कुछ वारा...


सब देशों से प्यारा अपना राष्ट्र-तिरंगा न्यारा है|



अमर रहे गणतंत्र हमारा,जिस पर सब कुछ वारा है||


 


हरा रंग है,हरी हमारी धरती-


की सुषमा है प्यारी|


केसरिया रंग यही बताता 


गौरव-गाथा रही हमारी|


 


सैनिक इसका समर-भूमि में नहीं किसी से हारा है|


अमर रहे गणतंत्र हमारा जिस पर सब कुछ वारा है||


 


जन-गण-मन अधिनायक का यह 


लोकतंत्र खुद परिपाटी है,


हम लोगों को पुनः बुलाती 


कश्मीर की निज घाटी है|


 


सत्य-अहिंसा-पथ पर चलने का संकल्प हमारा है|


अमर रहे गणतंत्र हमारा,जिस पर सब कुछ वारा है|| 


 


अमर शहीदों की कुर्बानी को-


तुम साथी भूल न जाना|


गौतम-गांधी की धरती पर,


गीत प्रेम के मिलकर गाना|


 


इस धरती की प्यास बुझाती,गंगा-जमुना-धारा है|


अमर रहे गणतंत्र हमारा,जिस पर सब कुछ वारा है|| 



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