विश्व कीर्तिमानों के साथ विघ्नरहित, सकुशल सम्पन्न हुआ -प्रयागराज कुम्भ-2019

 


मीडिया. ने प्रयागराज कुम्भ-2019 के आयोजन में विश्व को संदेश दिया ...


मुख्यमंत्री ने प्रिण्ट, इलेक्ट्रॉनिक, सोशल मीडिया के समस्त पत्रकार बन्धुओं का आभार व्यक्त किया...


राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने जनपद प्रयागराज में कुम्भ-2019 के विघ्नरहित, सकुशल सम्पन्न होने पर पत्रकारों से वार्ता की... 


भव्य और दिव्य कुम्भ-2019 अपनी नित नई ऊँचाइयों के साथ सकुशल सम्पन्न हुआ...


कई कीर्तिमानों के साथ यह भव्य और दिव्य कुम्भ अपनी तमाम अद्भुत पहचान के साथ पूर्ण हुआ...


प्रयागराज कुम्भ को सफल बनाने में 6 हजार से अधिक संस्थाओं ने भागीदारी की...


मीडिया ने प्रयागराज कुम्भ-2019 के सफल आयोजन में सकारात्मक लेखनी से पूरे विश्व को संदेश दिया...


लखनऊ| उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक जी ने प्रयागराज के राष्ट्रीय मीडिया केन्द्र में पत्रकारों से वार्ता की। उन्होंने कहा कि कुम्भ-2019 की समिति का अध्यक्ष होने के नाते यह मेरे लिए गौरव की बात है कि विभिन्न अवसरों पर अन्य राज्य के लोगों ने कुम्भ की व्यवस्था का श्रेय मुझे दिया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपनी व्यस्तताओं के बावजूद इस कुम्भ के व्यवस्थापन को आदर्श रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने इसके लिए मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद दिया।


इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद प्रयागराज में समस्त सिद्धियों का प्रदाता कुम्भ (सर्वसिद्धिप्रदः कुम्भः) अपने विभिन्न यादों को समेटे हुए विश्व कीर्तिमानों के साथ विघ्नरहित, सकुशल सम्पन्न हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज कुम्भ-2019 के सफल आयोजन में मीडिया ने इसे अपना कुम्भ मानकर सकारात्मक लेखनी से पूरे विश्व में जो संदेश दिया, उसका ही परिणाम है कि भव्य और दिव्य कुम्भ-2019 अपनी नित नई ऊँचाइयों के साथ सकुशल सम्पन्न हुआ। इसके लिए उन्होंने मुक्त कण्ठ से प्रिण्ट, इलेक्ट्रॉनिक, सोशल मीडिया के समस्त पत्रकार बन्धुओं का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी। पत्रकार बन्धुओं की सकारात्मक लेखनी का ही परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश पर्यटन के क्षेत्र में प्रथम स्थान पर है। हमने पाया है कि हर समाचार पत्र में दो-तीन पृष्ठ लगातार आध्यात्मिक, धार्मिक, स्वच्छता, सुरक्षा, यातायात प्रबन्धन आदि अलग-अलग पक्षों पर लेख लिखे जाते रहे हैं। जिसे पढ़कर देश और विदेश के लोगों में भारत की संस्कृति को जानने की ललक पैदा हुयी और वे कुम्भ में बड़ी श्रद्धा और आस्था के साथ आए। उन्होंने कहा कि इस बार कुम्भ में कई चीजें पहली बार हुयी है| प्रधानमंत्री जी की इच्छा थी कि यह आयोजन भव्य और दिव्य कुम्भ के साथ ही एक यूनीक कुम्भ बने और सम्पूर्ण विश्व को एक संदेश दे। इसमें मीडिया की लेखनी ने अपनी सहर्ष स्वीकृति दी। कई कीर्तिमानों के साथ यह भव्य और दिव्य कुम्भ अपनी तमाम अद्भुत पहचान के साथ पूर्ण हुआ है।


इस कुम्भ में भारत के भारत के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, मॉरिशस के राष्ट्रपति, केन्द्रीय मंत्रिगण, विभिन्न प्रदेशों के राज्यपाल, मुख्यमंत्रिगण, प्रदेश के मंत्रिगण, 1500 से अधिक मा० न्यायधीशगण, 187 देशों के 189 प्रतिनिधिगण, 70 देशों के राजदूत, 3200 से अधिक प्रवासी भारतीयों का कुम्भ में सहभागी बनना अपने आप में एक नई उपलब्धि है।


प्रवासी भारतीयों ने बदलते हुए उत्तर प्रदेश को महसूस किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के अधिकारियों ने जो टीम बनाकर कार्य किया है, वह प्रशंसनीय है और अब राज्य बड़े से बड़ा आयोजन कर सकता है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस कुम्भ में पहली बार कुम्भ का अपना लोगो जारी किया गया, जिसके माध्यम से कुम्भ को दुनिया के सामने अलग रूप से प्रस्तुत किया गया है।


कुम्भ के लोगों का सूक्त वाक्य 'सर्वसिद्धिप्रदः कुम्भः' से एक सकारात्मक ऊर्जा मिली। प्रयागराज कुम्भ को यूनेस्को ने ‘मानवता की अमूर्त धरोहर के रूप में मान्यता दी है। उन्होंने कहा कि 450 वर्षों के बाद ऐतिहासिक और पौराणिक अक्षयवट एवं सरस्वती कूप के दर्शन श्रद्धालुजनों के दर्शन हेतु खुलवाया गया। प्रतिदिन 1 लाख श्रद्धालु इनके दर्शन कर रहे हैं।


प्रयागराज कुम्भ को सफल बनाने में 6 हजार से अधिक संस्थाओं ने भागीदारी की है। कुम्भ का क्षेत्रफल भी विगत कुम्भों की अपेक्षा बढ़ा है। इस कुम्भ में मकर संक्रान्ति से महाशिवरात्रि तक 24 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने स्नान किया है। जितनी आबादी ने स्नान किया, यह संख्या विश्व के 4 देशों को छोड़कर शेष देशों की आबादी से अधिक है।


पहली बार सभी स्नान पर्वो पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा के माध्यम से श्रद्धालुओं की आस्था को सम्मान देने का कार्य किया गया। इस कुम्भ में सुरक्षा तथा स्वच्छता ने एक मानक प्रस्तुत किया है। कुम्भ में 20 हजार से अधिक डस्टबिन, 01 लाख 22 हजार से अधिक स्वच्छ शौचालय और कूड़ा निस्तारण में लगे स्वच्छाग्रहियों ने इस कुम्भ को स्वस्थ और स्वच्छ बनाने में पूरा सहयोग दिया।


इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर से पूरे मेले की निगरानी होती रही। प्रधानमंत्री यहां आकर विधि विधान से संगम में स्नान किया और स्वच्छता के प्रहरी, स्वच्छाग्रहियों व स्वच्छताकर्मियों के पांव पखारकर एक नया उदाहरण प्रस्तुत किया। इस कुम्भ से प्रयागराज के चौराहे, सड़कों का चौड़ीकरण हुआ और चारों तरफ 'पेंट माई सिटी' द्वारा दीवारों को आकर्षक बनाया गया।


प्रयागराज को एयर कनेक्टिविटी तथा रोड कनेक्टिविटी से जोड़कर बेहतर कर प्रयागराज के नाम के साथ यहां पर्यटन को बढ़ावा दिया गया है। पहली बार श्रद्धालुओं के लिए शटल बसें और ई-रिक्शा भी चलाए गए। इस कुम्भ में पत्रकार बन्धुओं के साथ-साथ विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भी अच्छे कार्य करते हुए सहयोग दिया है। सहयोग दिया है। 


मॉरिशस के प्रधानमंत्री अपने 400 प्रतिनिधियों के साथ संगम पधारे और स्नान कर कुम्भ की व्यवस्था की सराहना की। वाराणसी में आयोजित प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर 07 हजार से अधिक आए प्रवासी भारतीयों ने भारत के चतुर्दिक विकास पर चर्चा की और मीडिया के माध्यम से ही भारत की संस्कृति और अपनी भारत भूमि के विषय में पढ़कर जानकारी प्राप्त की। यही कारण है कि वे अपने को प्रयागराज कुम्भ-2019 में आने से रोक नहीं सके।


मुख्यमंत्री ने प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों द्वारा किए गए सराहनीय एवं सकारात्मक सहयोग के लिए हृदय से आभार प्रकट किया।


इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, प्रभारी मंत्री मेला व नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, पर्यटन मंत्री.रीता बहुगुणा जोशी, नागरिक उड्डयन मंत्री  नन्द गोपाल गुप्ता 'नंदी', प्रयागराज की महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी, मुख्य सचिव डॉ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय, डी0जी0पी0  ओ0पी0 सिंह, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं पर्यटन अवनीश कुमार अवस्थी, निदेशक सूचना  शिशिर सहित शासन-प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।



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