टीबी के मरीजों का निःशुल्क होगा इलाज : डीएम

 


बदायूं|  पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत टीवी के मरीजों को निःशुल्क इलाज तथा पोषण योजना के तहत टी0वी0 के मरीजों को 500 रूपए प्रतिमाह दिए जाएगे। टीबी का इलाज सरकारी अस्पतालों में निशुल्क किया जाता है किसी भी व्यक्ति को टीबी हो जाती है तो बिना डर के इलाज कराए।



टीवी जैसे खतरनाक मर्ज को देश से जड़ से मिटाना हैमंगलवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभा कक्ष में जिला अधिकारी दिनेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय टीबी फोरम की बैठक आयोजित की गई। उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि सभी लोग इस बीमारी को देश से जड़ से मिटाने में सहयोग करें। लोग बिना डरे हुए नि:शुल्क जिला चिकित्सालय में जांच कराकर दवाई ले जिससे टीबी रोग मिट सके।


क्षयरोग के लक्षण दो सप्ताह या उससे अधिक समय से लगातार खॉसी, प्रतिदिन बुखार रहना, भूख कम लगना, सीने में दर्द रहना, रात को अत्यधिक पसीना आना व कभी कभी बलगम के साथ खून आना आदि लक्षण हो सकते हैं। लक्षण वाले व्यक्तियों के बलगम के दो सैम्पल लेकर डी0एम0सी0 पर जॉच कराई जाएगी। जॉच में टी0बी0 निकलने पर निःशुल्क उपचार किया जाएगा। क्षयरोगी का 6 से 8 माह इलाज के साथ साथ मरीज को पोषण योजना के अन्तर्गत 500 रूपये प्रतिमाह मरीज के बैंक खाते में दिए जाएगे।


एमडीआर का नया कोर्स दो वर्ष के बजाए सिर्फ 9 से 11 माह तक ही चलेगा। टीबी के मरीजों अब मर्ज छिपाना नहीं होगा सरकारी अस्पतालों में जाकर निःशुल्क जांच एवं दवाई उपलब्ध कराई जाएगी। टीबी का पता चलते ही मरीज का बैंक खाता ले लिया जाए जिससे उसके प्रतिमाह 500 रुपए की धनराशि समय से भेजी जा सके। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को टीवी है ऐसे लोग अपने मर्ज को छुपाने की कोशिश न करें जिससे एक दूसरे में फैल सके। सरकार द्वारा इस मर्ज का निशुल्क इलाज किया जा रहा है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 राजेंद्र प्रसाद एवं डॉ अनिल कुमार शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।



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