जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री

 राज्य सरकार जरूरतमंदों को लाभ देने का कार्य कर रही है...


बेहतर कार्य करने वाली आशा कार्यकत्रियों के मानदेय में 750 रु0 की वृद्धि किये जाने की घोषणा की...


जन आरोग्य अभियान' के लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड, आरोग्य कार्ड प्रदान किए गए...


आरोग्य केन्द्र पर कार्यरत जी0एन0एम0 और ए0एन0एम0 को टेबलेट वितरण, '108' व '102 एम्बुलेंस सेवा का विस्तारीकरण तथा कॉफी टेबल बुक का विमोचन...


आरोग्य केन्द्रों पर कार्यरत जी0एन0एम0 एवं ए0एन0एम0 को टैबलेट वितरित किये...


केन्द्र और राज्य सरकार जनसमुदाय को उनके घर के समीप व्यापक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिये सतत प्रयासरत हैं...


रिस्पॉन्स टाइम में कमी लाने के उद्देश्य से प्रदेश में '108' तथा '102 एम्बुलेन्स की संख्या में वृद्धि की जा रही...


लखनऊ|  मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राज्य जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।  इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने बेहतर कार्य करने वाली आशा कार्यकत्रियों के मानदेय में 750 रुपये की वृद्धि किये जाने की घोषणा की। यह विचार प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण हेतु लोक भवन में आयोजित विभिन्न योजनाओं के लोकार्पण कार्यक्रम के अवसर पर व्यक्त किये। आरोग्य केन्द्र, एम0सी0एच0 विंग, टेलीमेडिसिन, टेलीरेडियोलॉजी सेवा का लोकार्पण तथा मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान' का शुभारम्भ, आरोग्य केन्द्र पर कार्यरत जी0एन0एम0 और ए0एन0एम0 को टेबलेट वितरण, '108' व '102 एम्बुलेंस सेवा का विस्तारीकरण तथा कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया।


आयुष्मान भारत योजना से आच्छादित न हो पाने वाले, गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों के लिए मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान की शुरूआत की। इसके तहत लाभार्थी को 05 लाख रूपये का बीमा कवर मिलेगा।



इस योजना से प्रदेश के 08 लाख 58 हजार परिवार लाभान्वित होंगे। उन्होंने इस योजना के 05 लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड, आरोग्य कार्ड तथा स्वयं मुख्यमंत्री जी द्वारा हस्ताक्षरित पत्र प्रदान किया। उन्होंने आरोग्य केन्द्रों पर कार्यरत जी0एन0एम0 एवं ए0एन0एम0 को टैबलेट भी वितरित किये।


मुख्यमंत्री जी ने 750 नये आरोग्य केन्द्र का शुभारम्भ करते हुए कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार जनसमुदाय को उनके घर के समीप व्यापक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिये सतत प्रयासरत हैं। इन सुविधाओं के अन्तर्गत निवारक, प्रोत्साहक, रोग निवारक, पुनर्वास सेवाएं उपलब्ध कराने के लिये उपकेन्द्रों, प्राथमिक स्वारथ्य केन्द्रों एवं शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के स्तर पर आरोग्य केन्द्रों (हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टर) की स्थापना की जा रही है।


इन स्वास्थ्य सेवाओं के लिये उपकेन्द्र पर स्टाफ नर्स की नियुक्ति की जा रही है। इन केन्द्रों पर हीमोग्लोबिन, मूत्र द्वारा गर्भ की जांच, यूरिन डिपेस्टिक द्वारा एल्बुमिन एवं ग्लूकोज, ग्लूकोमीटर द्वारा ब्लड ग्लूकोज आदि की जांच की सुविधा प्रदान की जा रही है। प्रदेश में 01 हजार से अधिक आरोग्य केन्द्रों द्वारा प्राथमिक स्वारथ्य सेवायें प्रदान की जा सकेंगी। इस माह के अन्त तक प्रदेश में लगभग 02 हजार 500 आरोग्य केन्द्र प्रारम्भ कर दिये जाएंगे। मुख्यमंत्री जी ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित 100 शैय्या युक्त 17 एम0सी0एच0 विंग का लोकार्पण करते हुए कहा कि इस विंग के माध्यम से मातृ मृत्यु दर व शिशु मृत्यु दर में काफी कमी आयेगी। ये एम0सी0एच0 विंग–अलीगढ़, बिजनौर, इटावा, गोण्डा, मुरादाबाद, रायबरेली, सहारनपुर, अम्बेडकरनगर, अमरोहा, बागपत, औरैया, आजमगढ़, बलिया, कन्नौज, महराजगंज, मऊ एवं कौशाम्बी जनपदों में संचालित किये जाएंगे।


वर्तमान सरकार के प्रयासों से संस्थागत प्रसव में बढ़ोत्तरी के फलस्वरूप देश में उत्तर प्रदेश में मातृ मृत्यु दर में सर्वाधिक कमी आयी है। एम0सी0एच0 विंग को सुचारु रूप से क्रियाशील करने हेतु समस्त उपकरण एवं मानव संसाधन उपलब्ध कराये गये हैं। गोरखपुर, हमीरपुर, मीरजापुर एवं बहराइच में कुल 15 टेलीमेडिसिन केन्द्रों का शुभारम्भ किया। इसके माध्यम से दूर-दराज के क्षेत्रों के रोगियों को टोल फ्री नम्बर पर दूरभाष के माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा चिकित्सीय परामर्श उपलब्ध कराया जाएगा। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए प्रदेश के प्रत्येक गांव पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा सकती हैं। श्रावस्ती के जिला चिकित्सालय में जनता को बेहतर स्वारथ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने कई योजनाओं को प्रारम्भ किया। इसके परिणामस्वरूप वहां लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं।


इस अवसर पर एक मरीज को अपोलो अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा वीडियो कन्सल्टेशन के माध्यम से परामर्श दिया गया। दूर-दराज के इलाकों के रोगियों की सुविधा के लिए वर्तमान राज्य सरकार द्वारा टेलीरेडियोलॉजी की संकल्पना को मूर्त रूप दिया गया है।


इस योजना के तहत प्रदेश के समस्त जनपदों के 361 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में टेलीरेडियोलॉजी सेवाएं उपलब्ध करायी जाएगी। इसके प्रथम चरण में लखनऊ, बाराबंकी एवं सीतापुर जनपदों में 15 टेलीरेडियोलॉजी केन्द्रों का शुभारम्भ किया गया है।


उन्होंने कहा कि देश के विकास के विभिन्न पैरामीटर में पीछे रह गये 115 आकाक्षात्मक जनपदों की सूची में उत्तर प्रदेश के 08 जनपद शामिल हैं। वर्तमान में प्रदेश के इन 08 आकांक्षात्मक जनपदों में तकनीक के माध्यम से व्यापक परिर्वतन आ रहा है।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि '108' तथा '102 एम्बुलेंस सेवाओं के रिस्पॉन्स टाइम में कमी लाने के उद्देश्य से इनकी संख्या में वृद्धि की जा रही है। लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस की संख्या में भी विगत दिनों बढ़ोत्तरी की गई थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के समस्त जनपदों में कार्यरत ए0एन0एम0 तथा हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर में कार्यरत कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर को टैबलेट डिवाइस प्रदान की जाएगी।


प्रदेशवासियों को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिये केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा कई अन्य कदम भी उठाये गये हैं। गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का लोकार्पण प्रधानमंत्री जी द्वारा किया जा चुका है। आगरा एवं कानपुर के मेडिकल कॉलेजों में सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का शिलान्यास किया गया है।


प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश को 13 नये राजकीय मेडिकल कॉलेज दिए हैं। इसके अलावा 02 मेडिकल कॉलेज प्रदेश सरकार अपने संसाधनों से बनवा रही है। गोरखपुर एम्स में ओ0पी0डी0 सेवा का शुभारम्भ कर दिया गया है। 'आयुष्मान भारत–प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से प्रदेश के लगभग 06 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा। प्रदेश के 53 जनपदों में नेशनल मोबाइल मेडिकल यूनिट सेवा' का शुभारम्भ भी किया गया।


उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य के लिए टेलीमेडिसिन वरदान साबित होगी।  इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रशांत त्रिवेदी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक, पंकज कुमार तथा सूचना निदेशक शिशिर सहित बड़ी संख्या में आशा कार्यकत्री उपस्थित थे।



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