बेटियों को बोझ समझना बाल विवाह के प्रमुख कारण -आर.के.सिंह
इस रैली में आसपास के ग्रामीण अंचल की महिलाओं, बच्चों व अन्य लोगों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया तो वहीं दूसरी ओर ‘नुक्कड़ नाटक’ के माध्यम से बाल-विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों के प्रति समाज को जागरूक किया। विदित हो कि सी.एम.एस. रेडियो पर कार्यक्रम ‘बचपन एक्सप्रेस’ का प्रसारण प्रत्येक शनिवार प्रातः 8.00 बजे, अपराह्न 12.00 बजे, सायं 4.00 बजे एवं रात्रि 8.00 बजे किया जाता है।
डा. जगदीश गांधी एवं डा. भारती गांधी ने कम्युनिटी रेडियो के सामाजिक उत्थान के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा है कि सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन में रैली एवं नुक्कड़ नाटक महती भूमिका निभाते हैं, परन्तु साथ ही, शिक्षा का प्रचार-प्रसार लगातार होते रहना चाहिए। रैली में उपस्थित मदर सेवा संस्थान (चबूतरा थियेटर) के संयोजक महेश चन्द्र देवा ने कहा कि सी.एम.एस. रेडियो द्वारा प्रसारित कार्यक्रम ‘बचपन एक्सप्रेस’ से लोगों में बाल-विवाह जैसी बुराई के प्रति जागरूकता अवश्य आयेगी और मैं उम्मीद करता हंू सी.एम.एस. आगे भी इस तरह के प्रयास जारी रखेगा। विभागाध्यक्ष वी कुरियन ने कहा कि हाल ही में यूनिसेफ द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार भारत के कई राज्यों में अब भी बाल विवाह हो रहें हैं इसके अनुसार कुछ दशकों में बाल-विवाह की दर में कमी तो अवश्य आई है लेकिन भारत के कुछ राज्यों में अभी भी बहुत अधिक बाल विवाह हो रहे है जिसके प्रति समाज को जागरूक करने की अति आवश्यकता है एवं सी.एम.एस. रेडियो इसके लिये सदैव प्रयासरत है।
प्रोग्राम संयोजक आर.के.सिंह ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि विश्वस्तरीय आकडों को देखें तो विशेषकर एशिया में शिक्षा का अभाव, अंधविश्वास, गरीबी, सामाजिक रूढ़िवादिता, बेटियों को बोझ समझना बाल विवाह के प्रमुख कारण हैं। श्री सिंह ने कहा कि यूनिसेफ एवं सी.आर.ए. के सहयोग से आज इस रैली एवं नुक्कड़ नाटक के माध्यम से समाज में जागरूकता लाने का एक अभिनव प्रयास है जिस के द्वारा लोगों को इस कूरीती के प्रति जागरूक कर बच्चों की शिक्षा के महत्व पर बल दिया जा सके।
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