वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से ही शान्ति व एकता संभव 

वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से ही शान्ति व एकता आयेगी


लखनऊ। विश्व एकता सत्संग में अपने विचार व्यक्त करते हुए विभिन्न धर्मानुयाइयों ने एक स्वर से कहा कि ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना से ही विश्व में शान्ति व एकता स्थापित होगी। विद्वजनों का कहना था कि आज दुनिया भर में अराजकता एवं मारामारी का माहौल है। ऐसे में भावी पीढ़ी को वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से अवगत कराना हमारा नैतिक कर्तव्य है। बच्चों को प्रारम्भ से ही विश्व एकता, विश्व शान्ति, प्रेम, भाईचारा की शिक्षा दी जानी चाहिए तभी ये बच्चे बड़े होकर विश्व एकता का सपना एक दिन पूरा करके दिखलायेंगे। इससे पहले,  सी.एम.एस. के संगीत शिक्षकों ने सुमधुर भजनों की श्रृंखला प्रस्तुत कर सम्पूर्ण आडिटोरियम को आध्यात्मिक आलोक से प्रकाशित कर दिया तथापि उपस्थित सत्संग प्रेमियों को सुखद अनुभूति करायी।


‘विश्व एकता सत्संग’ में आज सी.एम.एस. राजाजीपुरम (प्रथम कैम्पस) के छात्रों ने साँस्कृतिक-आध्यात्मिक प्रस्तुतियों से सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम की शुरूआत स्कूल प्रार्थना से करके छात्रों ने भक्ति गीत ‘ओ गॉड गाईड मी’ तथा ‘तेरी है जमीं तेरा आसमां’ प्रस्तुत किया। जहां एक ओर ‘पानी बचाओं’ पर आधारित नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर छात्रोंने खूब वाहवाही लूटी तो वहीं दूसरी ओर एक्शन सांग ‘गिव मी ए बेल टू रिंग’ की सुरीली प्रस्तुति को सभी ने खूब सराहा। इस अवसर पर छात्रों ने ‘वर्ल्ड पार्लियामेन्ट’ के माध्यम से वातावरण को प्रदूषित न करने का संदेश दिया। इसके अलावा, शारीरिक स्वास्थ्य के लिए खेल का महत्व एवं महिला सशक्तिकरण पर भी मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।


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